➤ मुख्यमंत्री सुक्खू ने सचिवों को लंबित परियोजनाएं समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए
➤ स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
➤ ई-वाहन, प्राकृतिक खेती और आपदा प्रबंधन पर तेज़ी से काम करने के आदेश
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सभी प्रशासनिक सचिवों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे अपने विभागों की लंबित विकासात्मक परियोजनाओं को प्राथमिकता पर लेकर समयबद्ध तरीके से पूरा करें ताकि प्रदेश की जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। सचिवों के साथ आयोजित हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पहले दिन से सुशासन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने निर्देश दिए कि अब से मुख्य सचिव सभी विभागों की परियोजनाओं की नियमित समीक्षा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदेश और प्रदेशवासियों का हित है। उन्होंने सचिवों से अपील की कि वे हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी से कार्य करें। स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, पर्यटन, ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण और डेटा स्टोरेज जैसे क्षेत्रों को फोकस सेक्टर घोषित करते हुए सीएम ने निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
उन्होंने कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार को गति देने, पर्यटन परियोजनाओं को धरातल पर उतारने और सात मेडिकल कॉलेजों को आधुनिक तकनीक से लैस करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य क्षेत्र में एम्स दिल्ली की तर्ज पर मशीनें और उपकरण उपलब्ध करवाने की योजना की घोषणा की गई।
सीएम ने ई-वाहनों और उनके आधारभूत ढांचे को बढ़ावा देने, एफआरए और एफसीए मामलों की मंजूरी में तेजी लाने और सभी सेवाओं को डिजिटल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य की 90% आबादी गांवों में रहती है, ऐसे में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना सरकार की प्राथमिकता है। दूध के दामों में बढ़ोतरी और प्राकृतिक खेती से जुड़े फसलों पर MSP देकर किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस साल भी मानसून के दौरान प्रदेश में भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। सरकार सीमित संसाधनों के बावजूद हर प्रभावित के साथ खड़ी है। उन्होंने राजस्व विभाग को आपदा से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर केंद्र को भेजने के निर्देश दिए।
इस बैठक में मुख्य सचिव संजय गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत और ओंकार चंद शर्मा, प्रधान सचिव देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर सहित तमाम सचिव मौजूद रहे।



